昭君辞
南北朝 - 沈约
朝发披香殿。
夕济汾阴河。
于兹怀九逝。
自此敛双蛾。
沾妆疑湛露。
绕臆状流波。
日见奔沙起。
稍觉转蓬多。
胡风犯肌骨。
非直伤绮罗。
衔涕试南望。
关山郁嵯峨。
始作阳春曲。
终成苦寒歌。
惟有三来劲夜。
明月暂经过。
南北朝 - 沈约
朝发披香殿。
夕济汾阴河。
于兹怀九逝。
自此敛双蛾。
沾妆疑湛露。
绕臆状流波。
日见奔沙起。
稍觉转蓬多。
胡风犯肌骨。
非直伤绮罗。
衔涕试南望。
关山郁嵯峨。
始作阳春曲。
终成苦寒歌。
惟有三来劲夜。
明月暂经过。
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